कोरबा :-
जिले के रिसदी स्थित स्वेता हॉस्पिटल मे कार्यरत डॉ.कुजूर की लापरवाही से महिला की जान चली गई,ऐसा मरीज के घरवालों ने आरोप लगाया है। मरीज के पति रंजीत सिंह ग्राम गोढ़ी ने प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों को बताया के दिनांक 01/06/25 वह अपनी पत्नी अंजली सिंह ग्राम गोढ़ी को प्रसव के दौरान हॉस्पिटल मे भर्ती कराया था। इलाज के दौरान डॉ. मनियारों कुजूर के द्वारा ऑपरेशन कर उन्हें पुत्र प्राप्त हुआ, पर ऑपरेशन के पश्चात रक्त का रिसाव होने से रात को अंजली सिंह की तबियत बिगड़ गई। रात के वक्त हॉस्पिटल मे न तो कोई जिम्मेदार डॉक्टर था और न ही कोई अनुभवी नर्स मौजूद था जिससे उनकी पत्नी का इलाज हो सके। जिसके कारण सुबह अधिक तबियत ख़राब होने पर हॉस्पिटल की लापरवाही को छुपाने के लिए मरीज को आनन फानन मे न्यू कोरबा हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया, जहाँ इलाज के दौरान पत्नी अंजली सिंह की मृत्यु हो गई। पत्नी के चले जाने से एक ओर उनके दो छोटे छोटे बच्चो के सर से माँ का साया उठ गया वही रंजीत सिंह भी अकेले हो गए। हॉस्पिटल की लापरवाही से हुए पत्नी की मृत्यु पर पति रंजीत सिंह ने पुलिस एवं प्रसाशन से गुहार लगाते हुए ज्ञापन दिया था के उक्त महिला डॉक्टर पर एफ.आई.आर दर्ज हो साथ ही डॉ. कुजूर जो की जिला चिकित्सालय कोरबा मे कार्यरत हैं को निलंबित किया जाए एवं स्वेता हॉस्पिटल पर भी कार्यवाही हो । जिसपर जिला कलेक्टर द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच दल का गठन करते हुए जांच के आदेश दिनांक 10/06/25 को दिया गया था, पर आज पर्यन्त तक किसी प्रकार का कार्यवाही नही होने से पूरा परिवार, ग्रामवासी एवं क्षेत्रीय दल आक्रोषित है। उन्होंने प्रेशवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए कहा के यदि 05 दिवस के अंदर कार्यवाही उक्त डॉक्टर एवं हॉस्पिटल पर नही किया जाता है तो, दिनांक 28/06/25 को सभी ग्रामवासी, सरपंच संघ एवं क्षेत्रीय दलों के द्वारा चक्काजाम के साथ साथ डॉ मानियारों कुजूर एवं तृप्ति मरकाम का पुतला दहन किया जाएगा।