कोरबा :

जिले के तिलक भवन मे छग महतारी संवर्धन संस्कृति सेवा समिति द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता मे समिति के सांस्कृतिक महासचिव घनश्याम श्रीवास ने शहरी क्षेत्रों मे लोगों के द्वारा छत्तीसगढ़ संस्कृति पर व्यापक दृश्टिकोण न रखने एवं छत्तीसगढ़ संस्कृति मे अरूची को लेकर जताई चिंता। उन्होंने प्रेस वार्ता मे कहा के यह समिति विगत कई वर्षो से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को जन जन तक पहूँचाने मे लगातार कार्य कर रही है,इसके बौजूद राज्य के 24 वर्षो के स्थापना के बाद आज भी यहाँ रहने वाले निवासी प्रदेश की संस्कृति को लेकर उत्सहीत नही है। उन्होंने कहा के छ. ग. की संस्कृति द्रविड़ संस्कृति है, और यही कारण है के हम सब भावात्मक रूप से एक दुसरे से जुड़े हुए है। हम सब का उद्देश्य होना चाहिए की छत्तीशगढ़ की संस्कृति को देश के हर प्रांत तक फैलाने मे एक दुसरे का सहयोग करें, जिससे देश एवं प्रदेश के हर नागरिक को छत्तीशगढ़ के संस्कृति की जानकारी हो । इस दौरान प्रेस वार्ता मे समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह प्रधान ने पत्रकारों को कहा के यह बड़े दुर्भाग्य की बात है के समिति द्वारा निगम प्रशासन से जिले के मुख्य चौराहा पर छत्तीशगढ़ महतारी की प्रतिमा की स्थापना की मांग रखी गई थी, पर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 24 साल उपरांत भी निगम प्रशासन द्वारा समिति के मांगो पर अमल नही किया गया जो एक दुर्भाग्यपूर्ण विषय है। उन्होंने जिले के सत्तापक्ष पार्टी के अध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह का सोशल मीडिया पर दिए गए बयान को लेकर कहा के जो व्यक्ति छत्तीशगढ़ की संस्कृति को नही जनता हूँ कहता है, जो यह कहे की उन्हें यह नही है जानकारी की जिले मे छत्तीशगढ़ महतारी की मंदिर कहाँ स्थापित है उनसे छत्तीसगढ़ के लोगों एवं यहाँ की सांस्कृतिक विकास को लेकर क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने प्रेस के माध्यम से उक्त अध्यक्ष को कहा के वे पहले छत्तीसगढ़ के विषय पर अच्छे से जाने,जिससे उन्हें प्रदेश की संस्कृति एवं यहाँ के लोगों को समझने मे आसानी होगी। इस दौरान समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं सदस्यगण मौजूद रहे।