कोरबा :
प्रदेश एवं जिले स्तर पर जहाँ एक ओर शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक विकास की रूप रेखा किस प्रकार तैयार किया जाये जिससे सर्वांगीण विकास के साथ प्रदेश की जनता को इसका लाभ मिल सके, इसके लिए राज्य साशन द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाए बनाते हुए लागू किये जा रहे वहीँ कुछ ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतानिधि अपने कर्तव्य के विमुख कार्य करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के विकास मे लगा रहे अवरोध। ऐसा एक मामला ग्राम पंचायत कुदूरमाल का है जहाँ की महिलाओं ने जिला मुख्य अधिकारी कोरबा जनपद पंचायत से शिकायत की है के ग्राम कुदूरमाल के सचिव सरिता निराला के द्वारा अपने कार्यों के प्रति निष्क्रियता एवं लापरवाही के कारण ग्राम कुदूरमाल का विकास विगत 08 माह, जबसे उक्त सचिव कार्यभार संभाला है ठप्प पढ़ गया है। उन्होंने बताया के क्षेत्र मे पानी, बिजली, सडक आदि की अत्यंत समस्या है, साथ ही गांव मे स्ट्रीट लाइट नही होने से लोग इस बरसात के मौसम मे अँधेरे मे चलने को मजबूर है जिससे रेंगने वाले विषयले जीवों से भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहाँ के इन सभी समस्याओं के निराकरण हेतु सचिव के पास जाने पर उनके द्वारा समस्याओं का निराकरण नही किया जायेगा,जिसे शिकायत करना है करदो, मै किसी से नही डरता यह कह कर गांव के लोगों को वापस कर दिया जाता है एवं पंचायत कार्यलय मे भी उनकी उपस्थिति नही के बारबार रहता है, जिससे ग्रामीणों के विभिन्न समस्याओं एवं उनके मुलभुत सुविधाओं के साथ साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ से भी वंचित होना पड़ रहा है, साथ ही ग्राम कुदुरमाल का विकास कार्य के गति मे भी अवरोध लग चूका है। जिससे परेशान एवं चिंतित होकर ग्रामीण महिलाओं ने उक्त सचिव को फ़ौरन हटाकर नए सचिव के नियुक्ति की मांग की है, साथ ही यह भी कहाँ गया है के यदि ग्राम कुदूरमाल के सचिव को नही हटाया जाता है तो वे प्रदेश के मुख्यमंत्री से उक्त समस्या के विषय मे अवगत कराकर इसकी शिकायत की जाएगी।