कोरबा :

जिले के तिलक भवन मे सयुंक्त आयोजन समिति कोरबा के अध्यक्ष शिव नारायण सिंह कँवर नें पत्रकार वार्ता मे पत्रकारों को सम्बोधित करते हुई कहा के विगत 5000 वर्षो से देश मे अनूसूचित जाती एवं अनूसूचित जनजाति के लोगों को दबाया गया हैं। जिसका परिणाम आज भी इस वर्ग के लोग समाज के अन्य जाति वर्गो के लोगों के तुलना मे पिछड़े हुए हैं। देश मे अनूसूचित जाती एवं अनूसूचित जनजाति के 78000 लोग मात्र नौकरी मे है जो काफी नहीं हैं आज भी इन समाज के लोग आर्थिक रूप से कमजोर है । यदि सामाज के अन्य जाति वर्गो के तुलना मे समानता देना हैं तो कम से कम 500 वर्ष देने होंगे, तब जाकर इस विशेष जाति के लोगों को समाज मे समानता का दर्जा मिल पायेगा। उन्होंने कहा के पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनूसूचित जाती एवं अनूसूचित जनजाति के आरक्षण वर्ग मे जो उपवर्गीकरण(क्रिमि लेयर)लागू करने का निर्णय लिया गया हैं उसका सयुंक्त आयोजन समिति कोरबा घोर विरोध करती हैं एवं दिनांक 21 अगस्त को देश व्यापी के साथ साथ कोरबा जिले मे भी महाबंद का आह्वान की हैं। उन्होंने बताया इस महाबंद मे विभिन्न संचालक मण्डल साथ होंगे जिसमे श्री यू आर महिलांगे अध्यक्ष (कोरबा सतनामी कल्याण समिति), सेवक राम मरावी अध्यक्ष (सर्व आदिवासी समाज), रमेश सिरका (सचिव आदिवासी सक्ति पीठ), छत्र पाल सिंह कँवर अध्यक्ष (सातगढ़ कँवर समाज), रामकृष्ण चौहान प्रदेश अध्यक्ष (छत्तीशगढ़ गाढ़ा समाज), मनोज सूर्यवंशी (सूर्यवंशी समाज), आर. पी. खांडे (राष्ट्रीय अध्यक्ष शिष्टा), योगेश साहू अध्यक्ष (ओबीसी महासभा बालको) सहित कूल 27 सामाजिक संस्था इस महाबंद मे शामिल होंगें। इस दौरान कार्यकारिणी अध्यक्ष सुनील पाटले नें कहा के वर्तमान मे सुप्रीम कोर्ट नें अनूच्छेद 341 मे जो संसोधन किया गया हैँ, जिसमे राज्य सरकार को आदेश दिया गया हैं के,अब वे विशेष जातियों के आरक्षण वर्ग मे उपवर्गीकरण(क्रिमि लेयर) लागू कर सकते हैँ,जिसपर सभी विशेष समाजों द्वारा विरोध किया गया हैँ। उन्होंने कहा के ऐसा होने से एक ही समाज के अंदर मे लोगों मे असंतूष्टि पैदा हो जायेगा, जिससे लोगों मे आक्रोश बढेगा और देश मे अशांति फैलेगी । इस आरक्षण वर्ग मे उपवर्गीकरण(क्रिमि लेयर) लागू होने से एक ही समाज के वह व्यक्ति जिसे नौकरी मिल गया हैँ एवं जिसे अभी नौकरी नहीं मिली हैँ दोनों के बीच सामाजिक दूरियाँ बढ़ेंगी जिससे वे एक दुसरे को प्रतिद्वंदी के तौर पर देखेंगे। ऐसा प्रतीत होता हैँ के सरकार विशेष जाति समाज के लोगों के बीच अशांति फैलाना चाहती हैँ,जिसका अनूसूचित जाति एवं जनजाति के सभी समाज के लोगों द्वारा विरोध करते हुए देश व्यापी बंद का आह्वान किया गया हैँ, जिसपर अमल करते हुए दिनांक 21 अगस्त को कोरबा जिला को सभी अनूसूचित जाति और जनजाति के द्वारा बंद का आह्वान किया गया हैं । इस दौरान आर. पी. खांडे अध्यक्ष (सिष्टा) नें कहा के एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के 07 बेंच के जजों द्वारा जो अनूसूचित जाति एवं अनासूचित जनजाति आरक्षण वर्ग का उपवर्गीकरण(क्रिमि लेयर ) पर जो निर्णय लिया गया हैं इससे सामाजिक,आर्थिक एवं सैक्षणिक विकास इन वरगोन के लोगों की रुक जाएगी । इससे पूर्व 1994 मे सुप्रीम कोर्ट के 05 बेंच के जजों नें विशेष समाजों को दिए गए आरक्षण का उपवर्गीकरण नहीं की जाने की बात कही गई थी, अब उसे पुनः लागू कर देना समझ से परे हैँ। इसके लागू होने से एक ही समाज के लोगों के बीच क्लेश की भावना उत्पन्न होंगी जिससे समाज मे अशांति फैलेगी। उन्होंने कहा की आज भी विशेष समाज के लोगों को वो समानता नहीं मिली हैँ।आजादी के 78 वर्ष के बाद भी एक अखबार मे छपे आंकड़ों को लेकर कहा की, देश मे सरकारी नौकरी के ग्रूप ए एवं बी मे अनासूचित जाति के मात्र 07% एवं जनजाति के मात्र 03% लोग ही सरकारी नौकरी मे कार्यरत हैँ, वही ग्रुप सी और डी  मे मात्र 13 % ही लोग कार्यरत है, इससे यह साफ हो होता हैं कि,कहीं ना कहीं विशेष वर्ग के लोगों को अन्य समाज के तुलना मे निचे रखा गया है,ऐसे मे जाति मे उपवर्गीकरण लाना कहाँ तक उचित है। उन्होंने कहा के वर्ष 2011 के बाद जातिगत गणना नहीं हई हैं, जिसे लेकर 23 राजनैतिक दलों नें जातिगत जनगणना करवाने कि बात भी कही, ऐसे मे जनगणना किये बगैर यह कैसे अनुमान लगाया जा सकता है के वर्तमान मे देश मे कितने अनूसूचित जाति और अनासूचित जनजाति के लोग है। ऐसे मे जाति आरक्षण का उपवर्गीकरण लागू होने से इन समाजों का आर्थिक,सामाजिक एवं सैक्षणिक विकास थम जायेगा, जिससे इनमे सदैव समानता का अभाव रहेगा। इसे देखते हुए सभी समाजों द्वारा बैठक कर यह निर्णय लिया गया है के सभी एक होकर 21 अगस्त को देश व्यापी बंद के साथ साथ कोरबा जिले मे भी, सयुंक्त आयोजन समिति कोरबा की ओर से उक्त विषय पर विरोध जताते हुए जिला महाबंद करने का निर्णय लिया गया हैं । इस प्रेस वार्ता के दौरान दौरान समिति के अध्यक्ष, कार्यकारिणी अध्यक्ष, सचिव सहित अन्य सदस्य तिलक भवन मे मौजूद थे।