कोरबा / रायपुर :
इन दिनों गर्मी की छुट्टी लगने से लगभग सभी तीर्थ स्थानों में भक्त पहुंच रहे है जिसके कारण तीर्थ स्थलों में भक्तो की काफी भीड़ देखने को मिल रही है वही उत्तराखंड के चार धाम में काफी संख्या में यात्री पहुंच रहे है जिससे तीर्थ स्थलों में काफी मात्रा में भीड़ बढ़ गई है । कुछ स्वयं के व्यवस्था पर तीर्थ कर रहे है, तो कुछ भक्त टूर संचालक के माध्यम से तीर्थ स्थलों में पहुंच ले रहे है आनंद । ऐसे में रायपुर स्थित त्रिपुर सेवा समिति द्वारा भी उत्तराखंड के चारधाम केदारनाथ, बद्रीनाथ,गंगोत्री,यमुनोत्री धामों में अपने यात्रियों को ले जाया जा रहा है । पिछले दिनों इनके द्वारा एक जत्था को इन धामों में ले जाया गया है । यात्रा के दौरान यात्रियों ने एक वीडियो शेयर की है के त्रिपुर सेवा समिति द्वारा जिस बस के माध्यम से इन चार धामों में ले जाया गया है उस बस के यात्रियों ने वीडियो के माध्यम से शिकायत की है के बस ड्राइवर के द्वारा यात्रियों के साथ बदसलूकी करते हुए जोशीमठ से बद्रीनाथ के रास्ते बीच सड़क पर उतार कर बस चली गई ऐसा क्यों किया ये तो नही बताया गया पर टूर संचालन के दौरान यात्रियों को इस तरह से बीच सड़क उतार देना कहीं न कहीं टूर ऑपरेटर लापरवाही एवं गलती मानी जा सकती है । एक यात्री यह भी कह रही है के इन्हे केदारनाथ में भी छोड़ कर बस चली गई जिससे उन्हें काफी तकलीफों का भी सामना करना पड़ा और वे 15000/- रुपए खर्च कर अन्य गाड़ी के माध्यम से जब वे बस तक पहुंचे, तो उन्हें बस ड्राइवर ने बद्रीनाथ ले जाते वक्त पुनः बीच सड़क पर छोड़ कर चली गई। उन्होंने यह भी कहा के बस के खलासी द्वारा महिलाओं का हाथ खीच कर उतारा गया । इस बात की शिकायत जब टूर संचालक को की गई तो उस पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई एवं फोन को बंद कर दिया । इससे पूर्व भी सेवा समिति पर कई शिकायतें सामने आई है । लोगों को चाहिए कि वे किसी भी टूर संचालक के साथ टूर पैकेज बनाने से पहले उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का अच्छी तरह से जांच कर ले साथ ही टूर संचालन के दौरान यदि कोई असुविधा आए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा उसकी जानकारी लेने के बाद ही टूर पैकेज बुक कर अग्रिम राशि जमा करें साथ ही उन टूर संचालकों के साथ एक दम न जाए जिनका पहले भी टूर के दौरान यात्रियों के साथ विवाद रहा हो । प्रशासन को भी चाहिए के ऐसे टूर संचालकों के लिए कड़े नियम बनाए जिससे टूर संचालक अपने यात्रियों के साथ टूर संचालन के दौरान मनमानी न कर सके ।