कोरबा :
कोरबा लोकसभा भाजपा प्रत्याशी सुश्री सरोज पांडेय ने पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कोरबा लोकसभा भाजपा प्रत्याशी के क्षेत्र को लेकर किए गए विकास संकल्प की विस्तृत जानकारी दी । इस दौरान जोगेश लांबा ,गोपाल मोदी,गोपाल साहू ,हितानंद अग्रवाल, मनोज मिश्र,नरेंद्र देवांगन,पवन सिन्हा सहित अन्य कार्यकर्ता एवं जिले के पत्रकार मौजूद थे । उन्होंने कहा कि उनके द्वारा विगत दिनों लोकसभा कोरबा के विभिन्न क्षेत्रों  में लगातार चुनाव प्रचार के दौरान देखा के यहां के ग्रामीण एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में  शहरी क्षेत्रों की तुलना में अत्यंत पिछड़ी हुई है जहां अबतक बिजली,पानी भी नही पहुंच सका ।उन्होंने बताया के कई गांवों के लोग अब भी तालाबों एवं नदियों के पानी को पीने को हैं मजबूर ।
कांग्रेस सरकार की लापरवाही का नतीजा जो कोरबा आकांक्षी जिले से बाहर नहीं निकल सका
उन्होंने कहा के यह पिछली सरकार की लापरवाही का नतीजा है की अब तक इन गांव में पानी ,बिजली जैसे मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच सकी । यहां के जनप्रतिनिधियों ने पिछले दस वर्षों से चल रहे शासन के योजनाओं को ईमानदारी से पहुंचने का कार्य नही किया ।कांग्रेस की सरकार ने पिछले पांच वर्षों में जो विकास की आवश्यकताएं थी वह आवश्यकताएं को नही पूरा किया जिसके लिए हम आकांक्षी जिले में है जो बहुत दुर्भाग्य की स्थिति है ।
“भाजपा से 06 बार के विधायक होने के बाद भी यहां जनता क्यों की गई बिजली की मांग”
उन्होंने कहा के प्रवास के दौरान जब वह गांव गांव पहुंची तो देखी की कई गांवों में बिजली नहीं है,स्कूल नही है । उन्होंने कहा के रामपुर दौरे के दौरान वहां के लोगों ने उनसे कहा की आप हमे बिजली दे दो । यह अत्यंत दुर्भाग्य की बात है कोरबा ऊर्जा नगरी होते हुए भी यहां के दूरांचल गांव में अबतक बिजली नहीं पहुंच सकी । यहां बताना लाजमी होगा के रामपुर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रहे ननकी राम कंवर इस क्षेत्र से 06 बार भाजपा के विधायक एवं चार बारे के मंत्री होने के बावजूद सुश्री सरोज पांडेय के प्रवास के दौरान लोगों के द्वारा बिजली को लेकर की गई मांग भाजपा के  जनप्रतिनिधि की निष्क्रियता को सामने ला दिया है,उनके निष्क्रियता का फल है के, वहां की जनता भाजपा प्रत्याशी से इतने वर्षों के बाद बिजली देने की बात कही ।
“ऊर्जाधानी कहे जानेवाले क्षेत्र में आज भी जनता बिजली से वंचित”
सुश्री सरोज पांडेय ने प्रेस वार्ता में आगे कहा के यह अत्यंत आश्चर्य की बात है के आजादी के इतने अंतराल के बाद भी आज गांव में विद्यालय तक नहीं है ,लोग पानी,बिजली की समस्या से जूझ रहे है । इस लोकसभा में विकास की अत्यंत अवश्यकता है । कोरबा लोकसभा क्षेत्र को आकांशी जिले से निकलकर हम एक विकसित कोरबा की ओर बढ़े यह मेरे चुनाव का ध्येय है । उन्होंने कहा के देश के प्रधानमंत्री ने 2047 तक भारत को विकसित भारत का दर्जा कैसे दे सकें उसके लिए उन्होंने लगातार प्रयास करते हुए जगजीवन मिशन बनाया, जन औषधि केंद्र की शुरुआत की , स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की,प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरुआत की, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की,प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत कर देश के प्रधानमंत्री ने विकसित भारत की कल्पना की है ।
“मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ,माइनिंग कॉलेज  खोले जाने का किया जाएगा प्रयास साथ ही पर्यटन उद्योग को भी दिया जायेगा बढ़ावा”
सुश्री सरोज पांडेय ने कहा के पिछले दस वर्षों में जो भी योजनाओं को क्रियान्वित करते हुए कुछ लोगों को लाभान्वित किया गया  उसके बाद भी कोरबा लोकसभा क्षेत्र में अनेक कार्य करने की आवश्यकता है ,और जो सबसे जरूरी आवश्यकता है वह है यहां मल्टी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल की आवश्यकता है और आयुष ऐम्स जो हम मनेंद्रगढ़ में बनाना चाहते है ,जिससे यहां के लोगों आकस्मिक स्वास्थ्य संबंधित आवश्यकता पड़ने पर दूसरे जिले में जाने की आवश्यकता न पड़े ,साथ ही यहां माइनिंग एवं फार्मा कॉलेज की भी आवश्यकता है जिससे यहां के बच्चों को शिक्षा संबंधी सुविधा देते हुए रोजगार की व्यवस्था किया जा सके साथ ही प्रदूषण के रोकथाम के लिए भी विशेष योजनाएं बनाने की आवश्यकता है । यदि पर्यटन की दृष्टि से देखें तो यह क्षेत्र चारो ओर से पर्यटन क्षेत्रों से घिरा हुआ है जैसे चैतुरगढ़,नरसिंहगंगा, बुका,  सतरेंगा जैसे दार्शनिक स्थल है, जिसे देश विदेशों के लोगों  तक इस क्षेत्र के पर्यटन स्थलों के बारे में बताना है,जिसके लिए पर्यटन उद्योग को इस क्षेत्र में बढ़ावा देना है, जिससे लोगों को यहां के पर्यटन स्थल की जानकारी होने के साथ साथ यह के निवासियों को रोजगार मिल सके,व्यवसाय बड़े एवं अविकसित क्षेत्रों का विकास हो सके ।
“प्रत्यक ग्राम सभा को क्षेत्र के विकास के लिए दिया जायेगा 25 लाख की राशि”
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस द्वारा प्रत्यक  ग्राम पंचायतों को 25 लाख कहां से और कैसे देंगी पर कहा के,वो कहां से और कैसे देंगी यह वो जानती है इससे कांग्रेस पार्टी का कोई लेना देना नही होना चाहिए ,हां यदि वो इन प्रत्यक ग्राम पंचायतों को 25 लाख नही दे पाएंगी तब उनसे यह प्रश्न करे । वह 25 लाख देने को दृढ़ संकल्पित है जो प्रत्यक गांव के विकास के लिए दिया जायेगा ।
“प्रश्न सुन भाजपा प्रत्याशी सुश्री सरोज पांडेय हुई स्थब्द “
प्रेस वार्ता के दौरान उस वक्त वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े जब भाजपा प्रत्याशी से पूछा गया, यदि आप हार गई तो क्या तब भी कोरबा में माइनिंग और फार्मा कॉलेज खोलेंगी । इस प्रश्न को सुनते ही वे थोड़ी देर स्थब्द होने के बाद हंस पड़ी और कहा के,क्या आप चाहते हैं मैं हार जाऊं ?
उन्होंने इस बात का भी जवाब दिया के पिछले 20 वर्षों से क्षेत्र में कांग्रेस की सरकार रही एवं कांग्रेस की सरकार ऊपरी स्तर पे हो या निचले स्तर पर हो सभी जगह परिवार वाद हावी होने के चलते इस क्षेत्र का विकास नहीं हो सका जिसके चलते आज भी यह क्षेत्र  आकांक्षी जिलों में गिना जाता है ।
“पालक सांसद पार्टी का होता है न की जनता का”
सुश्री सरोज पांडेय ने पालक सांसद के गोद लिए गांव कनकी के विकास पर कहा के मैने गांव कनकी के विकास के लिए 70 लाख की राशि दी थी जिससे गांव में सड़क,बिजली,पानी की समस्या न हो । पर कांग्रेस पार्टी द्वारा जो यह कहा जा रहा के मैं कोरबा लोक सभा की पालक सांसद होने बाउजूद कुछ नही किया तो झूठ बोलना कांग्रेस की आदत है । क्योंकि मैं पालक सांसद रहते कोरबा लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा तत्पर रही हूं और क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी कांग्रेस की सांसद की थी जिनके रहते हुए कोरबा जिला आकांक्षी जिले के श्रेणी से बाहर नहीं आ सका। और मुझे भाजपा ने पालक सांसद बनाया ताकि मैं इस क्षेत्र के विकास की जानकारी रख सकूं ।
“कांग्रेस में ऊपर गांधी परिवार तो नीचे महंत परिवार”
उन्होंने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा की कांग्रेस की राजनीति में परिवारवाद इतना ज्यादा हावी है के इनके द्वारा जो भी योजनाएं लागू की गई हो या जो भी निर्माण किया गया हो सब या तो राहुल गांधी के पिता के नाम से है या दादी के नाम से वही कोरबा लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां सिर्फ एक महंत परिवार का नाम आता है बाकि जनप्रतिनिधि क्या सिर्फ पीछे पीछे घूमने और दरी उठाने के लिए है । उन्होंने कहा की यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है और स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर जी ने  मेडिकल कॉलेज का सपना देखा था तो क्या कांग्रेस पार्टी का यह कर्तव्य नहीं था के कोरबा में बने मेडिकल कॉलेज का नाम उनके नाम से दिया जाता,वह भी इन्होंने अपने पिता के नाम का इस्तेमाल किया । क्यों आदिवासी एवं कंवर समाज को उपेक्षित किया जा रहा ? क्यों एक ही परिवार के लोग वोट की राजनीति में आगे रहेंगे ? इसका जवाब कांग्रेस को जनता को देना चाहिए ।