कोरबा :
एनटीपीसी कोरबा के भूविस्थापितों द्वारा अपनी मांगो को लेकर किए जा रहे हड़ताल के 309 दिनों बाद भी एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन नही कर सका निराकरण
एनटीपीसी कोरबा के खिलाफ आम सूचना अनुसार नौकरी तथा अधिग्रहण के समय, बचे जमीन की मुआवजा व क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर दिनांक 22 अप्रैल 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर ग्राम चारपारा के 03 भूविस्थापित विनय कुमार कैवर्त, रामकृष्ण केवट, राकेश कुमार केवट अपने परिवार के सदस्यों के साथ तानसेन चौक कोरबा में बैठे हुए 309 दिन अर्थात 10 माह से अधिक हो रहे है लगातार हड़ताल जारी रखे हुए है,जिसका की 309 दिन होने के पश्चात भी एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन द्वारा निराकरण नहीं किया गया ।
जिला प्रशासन द्वारा दिनांक 24.02.2024 को समाचार के माध्यम से जारी कर जानकारी दी गई है, जिसमें गठित समिति के द्वारा भूविस्थापितों की दस्तावेज परीक्षण कर 08 भूविस्थापितो में से 04 भूविस्थापितो को पात्र पाए गए रोजगार की उपलब्धता और पात्रता के आधार पर संविदा रोजगार दिये जाने पर एनटीपीसी कोरबा द्वारा सहमति प्रदान की गई है की जानकारी दी गई । जबकि भूविस्थापितो द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल बैठने के पूर्व एनटीपीसी कोरबा में स्थायी नौकरी की मांग की गई थी तब प्रबंधन द्वारा संविदा रोजगार देने की बात कही गई थी जिससे भूविस्थापितो ने नहीं माना और एनटीपीसी कोरबा में स्थायी नौकरी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गये और अब बैठे हुए 309 दिन हो रहे हैं, मांग कर रहे सभी भूविस्थापितो की जमीन एनटीपीसी कोरबा द्वारा अधिग्रहित की गई इसमे पात्र-अपात्र की बात ही नहीं है। इसके अलावा इनके द्वारा भूविस्थापितो के बचे हुए जमीन के संबंध में कोई ज़िक्र नहीं है ।
09 महीने से दिए गए दस्तावेजों का एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन द्वारा नही की जा सकी जांच
भूविस्थापितों ने इस बताया के 09 महिने से भूविस्थापितो द्वारा दिये गये दस्तावेज की जांच एनटीपीसी कोरबा द्वारा नहीं की गई है साथ ही बताया के एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन बैठक में दस्तावेज नहीं लाये हैं कहकर,बैठक से समय मांग कर चले जाते थे ,इसलिए जिला प्रशासन द्वारा दिनांक 26.02.2024 को बैठक रखी गई है, जिसमें एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन संपूर्ण दस्तावेज के साथ आए और भूविस्थापितो के पास दस्तावेज और 12 बिन्दुओं पर पूरा चर्चा हो और उक्त मांगो का निराकरण प्रबंधन द्वारा किया जाए । निराकरण नहीं होने की स्थिति पर भूविस्थापितो द्वारा मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहने की बात कही गई है ।