बिलासपुर :
बिलासपुर सहित कोल इंडिया के अन्य क्षेत्रीय मुख्यालय में इन दिनों एक तथाकथित आईएएस चर्चा और भय का कारण बना हुआ है। वह खुद को राष्ट्रपति भवन मे पदस्थ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बताता है। उनके संबंध में पूछे जाने पर कि आप किस बैच के आईएएस अधिकारी हैं और किस कैडर के हैं, वे कुछ भी बताने से साफ इंकार कर देते हैं और राष्ट्रपति भवन बुलाकर आमने- सामने बैठकर बता करने की धमकी देते हैं।
आपको बता दे हाल ही में एक ऐसा ही ठगी का वाकया झारखंड में हुआ है जिसमें आरोपी ने स्वयं को आईपीएस अधिकारी बताते हुए व्यापारियों को काम दिलाने के नाम पर ठगी की है। इस फर्जी आईपीएस अधिकारी ने अपना नाम अजय अग्रवाल बताया हुआ था । झारखंड डीजीपी अजय कुमार सिंह ने इस नाम का कोई आईपीएस झारखंड मे न होना बताया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलासपुर मुख्यालय के कोल फील्ड्स अधिकारियों से नजदीकियां बढ़ाने, उनके साथ फोटो खींच उसका दुरूपयोग कर अधिकारियों कर्मचारियों को ट्रांसफ़र -पोस्टिंग का झांसा , कोल व्यापारियों को काम दिलाने के नाम पर ठगने और लाइजनिंग का खेल जमकर कर रहे हैं ये तथाकथित आईएएस अधिकारी । हम जिनका गुणगान कर रहे हैं उनका शुभ नाम प्रवीण तिवारी बताया गया है। आईएएस महोदय व्यापारियों व अधिकारियों के सामने किसी बड़े अधिकारी से बात करने का नाटक कर विश्वास जीतने का प्रयास भी करते हैं। काल के दूसरी तरफ का अधिकारी सही है या गलत ये केवल इन्हें ही पता होता है।
बिलासपुर साऊथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा भी हाल ही में इस आईएएस के शिकार बने हैं। इस आईएएस ने सीएमडी के साथ फोटो खींची और उसका दुरूपयोग कर लाईजनिंग का खेल पूरे एसईसीएल में खेलना शुरू कर दिया है। कौन कौन इसका शिकार बने हैं यह तो वक्त आने पर तहकीकात पर ही पता चलेगा । संबंधित आईएएस अधिकारी प्रवीण तिवारी के द्वारा लिया गया एक फोटो जिसमें साऊथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा हैं। इस फोटो को दिखाकर पूरा खेल हो रहा है।